भारत के चार धाम | CHAR DHAAMS
हिन्दू धाम में भारत के चार पवित्र धामों की बहुत मान्यता है ऐसा बताया गया है की जो व्यक्ति चारो धामों की यात्रा कर लेता है उसके सरे पाप कट जाते है और ये भी बताया गया है क चार धाम की यात्रा कर लेने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है उसको आवागवन के चक्कर से मुक्ति मिल जाती है |
दोस्तों आज आज के इस ब्लॉग में हम भारत के चार धामों के बारे में जानेंगे की भारत के चार धाम आखिर कौन से है | दोस्तों कही न कही आज हमारे बीच भारत के चार धामों के बारे में कई प्रकार की समस्याएं आ खडी जाती है जब हमसे कोई चार धामों के बारे पूछता है तो कही न कही हमें पता ही नहीं होता है आखिर वास्तव में चार धाम से है क्यों की हमने बार अलग अलग लोगों से अलग अलग नाम सुने है तो इतने सारे नाम सुनने के बाद एक संशय पैदा हो जाता है की भारत के चार धाम कौन से है |
जैसे कई नाम इस प्रकार से है :- बद्रीनाथ , केदारनाथ , रामेश्वरम , गंगोत्री , यमनोत्री , पुरी , द्वारका , जगन्नाथ , आदि |
ऐसे कई नाम सुनने के बाद स्वाभाविक है की व्यक्ति को भारत के चार धामों के नाम बताने में थोड़ी झिझक महसूस हो सकती है |
तो आईये आज इस संदेह को हमेशा हमेशा के लिए दूर किया जाये |
दोस्तों भारत के चार धाम हमारे भारत की चारो दिशाओं में उपस्तिथ है | इन चारो धमो की स्थापना आदि गुरु शंकराचार्य ने की थी | ऐसा बताया जाता है की आदि गुरु शंकराचार्य ने पैदल चलाकर ही इन चारो स्थानों का भ्रमण किया था |
चार धा
1- बद्रीनाथ
३- जगन्नाथ पुरी
४- द्वारका
दोस्तों ये चारो धाम भारत की चारो दिशाओं में है
पूर्व में जगन्नाथ
पश्चिम में द्वारका
उत्तर में बद्रीनाथ
दक्षिण में रामेश्वरम
अब मै आपको बताता हूँ की कौन सा धाम किस प्रदेश में मौजूद है
जगन्नाथ पुरी उडीशा प्रदेश में
द्वारका धाम गुजरात प्रदेश में
बद्रीनाथ धाम उत्तराखंड प्रदेश में
रामेश्वरम धाम तमिलनाडु प्रदेश में
आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा प्रयेक धाम में एक मठ की स्थापना की जिसके मुखिया को मठाधीश कहा जाता है | इन्ही मठाधीशों को कभी कभी शंकराचार्य कहा जाता है आपने सुना भी होगा की भरत में चार शंकराचार्य है |
अगर आपको पोस्ट अच्छी लगी हो तो कमेन्ट करके बताइयेगा |
और अगर आपको चारो मठों के नाम और उनके शंकराचार्य कौन कौन से है आदि और अधिक जानकारी चाहिए तो मुझे कमेन्ट करके जरूर बताइयेगा |
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